Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी बेमौसम बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. पिछले दो दिनों से मौसम में आ रहे बदलाव और झमाझम बारिश और आंधी तूफान से बस्तर के भी किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
जिले के कई किसान जिन्होंने अपने खेतों में अलग-अलग सब्जियों की और मक्का की फसल उगाई थी वह ओलावृष्टि और तेज आंधी तूफान की वजह से पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं, जिसका असर जिले के सब्जी मंडियों में भी देखने को मिल रहा है. फसल खराब होने की वजह से हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. वहीं किसानों ने भी सरकार से उनके खराब हुए फसलों खेतों का सर्वे कराकर उचित मुआवजा देने की मांग की है.
किसानों को लाखों रुपये का नुकसान
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि सिनोप्टिक सिस्टम एक चक्रवार्ती परिसंचरण दक्षिणी झारखंड और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर स्थित है. एक ट्रफ रेखा दक्षिण झारखंड से पश्चिम मध्य प्रदेश तक चक्रवर्ती परिसंचरण के ऊपर से समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर बनी हुई है, समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर पूर्वी विदर्भ से लेकर तेलंगाना- रायलसीमा -दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से दक्षिण तमिलनाडु तक एक ट्रफ/ हवा का विच्छेदन बना हुआ है, जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ में भी इसका असर देखने को मिल रहा है.
बस्तर में आंधी और बारिश
दो दिन से छत्तीसगढ़ के बस्तर और कई हिस्सों में तेज हवा अंधड़ चलने के साथ झमाझम मूसलाधार बारिश हो रही है. बस्तर जिले में शाम होते ही बारिश से एक तरफ जहां लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है. वहीं दूसरी तरफ किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है. खासकर बस्तर जिले के बकावंड, बस्तर और तोकापाल के अलावा दरभा, लोहंडीगुड़ा और जगदलपुर ब्लॉक में सब्जी की खेती करने वाले किसानों को बेमौसम बारिश की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ा है.
बेमौसम बारिश के कारण जिले में करीब 50 हेक्टेयर यानी करीब 70 एकड़ से ज्यादा सब्जियों की फसल खराब हो गई है, जिसमें लौकी, बैंगन, भिंडी, करेला, कुंदरू, तरबूज, टमाटर, मिर्ची और बरबट्टी के अलावा फूलगोभी के साथ ही पपीता एयर आम के फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है.
किसानों ने बताया कि फरवरी माह से अभी तक इस साल सब्जी उत्पादक किसानों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. केवल ओला और बारिश के चलते ही करीब 20 से 30 लाख रुपये का नुकसान बस्तर के किसानों को हुआ है.
नुकसान का आकलन करेगा प्रशासन
इधर बस्तर जिला पंचायत के सीईओ प्रकाश कुमार सर्वे का कहना है कि बारिश की वजह से किसानों के सब्जियों के फसल को नुकसान पहुंचने की जानकारी मिली है. इसके लिए कृषि और उद्यानिकी विभाग की एक टीम बनाकर किसानों को हुए नुकसान का सर्वे कराया जाएगा और जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि हालांकि अब तक आकलन नहीं हो पाया है कि कितने किसानों को इस बेमौसम बारिश की वजह से उनके फसलों को नुकसान पहुंचा है. एक तरफ जहां बारिश ने सब्जियों के फसल को नुकसान पहुंचाया है. वहीं तेज आंधी तूफान ने किसानों के मवेशी पर भी असर डाला है. दो दिन में 10 मवेशियों की बिजली गिरने से मौत हो गई है, जबकि कई ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के पोल उखड़ जाने से विद्युत व्यवस्था भी ढप हो गई है.