Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरिया (Koriya) जिले में मानसून फिर से कमजोर पड़ने लगा है, जिससे धान की खेती पर असर पड़ रहा है. इस बार मानसून जिले में 7 दिन देर से आया था. बारिश की कमी के कारण जिले में धान रोपनी का बुरा हाल है. सामान्य से कम बारिश होने के कारण नियत समय पर धान की बुवाई भी पूरी नहीं हो सकी है. अब तक केवल 34 फीसदी धान की बुवाई ही हुई है और 3 फीसदी खेतों में ही रोपा लगा है. जिले भर में धान की बुवाई में इस बार 15 दिनों का विलंब हुआ है. जुलाई माह की शुरुआत में बारिश ने किसानों के चेहरे पर रौनक ला दी थी…. लेकिन पहले डेढ़ हफ्ता बीतने के बाद मानसून की बेरुखी से किसान परेशान हैं.
कोरिया जिले में इस बार कम हुई बारिश
सोमवार शाम जिले में घने बादल छाने के साथ बारिश हुई…. लेकिन रुक-रुक कर हो रही बारिश से खेतों में पानी नहीं भर पा रहा है जिससे धान की बुवाई पिछड़ गई है. जिले के बैकुंठपुर, पोड़ी बचरा, और सोनहत में कम बारिश के कारण खेती पीछे है. जबकि पटना तहसील क्षेत्र में अच्छी बारिश को देखकर किसानों ने धान बीज डालने का काम शुरू कर दिया है.
पानी की कमी के चलते फसल बोने में परेशानी
अब तक जिलेभर में 95.97 प्रतिशत बिचड़ा गिराया जा चुका है. वहीं, MCB जिले में पानी की कमी के कारण सभी क्षेत्रों में धान की रोपनी शुरू भी नहीं हुई है. कृषि विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, इस साल जिले में अब तक महज 3 प्रतिशत ही धान की रोपनी हुई है. विभाग का भी कहना है कि बारिश की कमी के चलते मन मुताबिक, धान की रोपनी नहीं हो पा रही है.
बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी-तटीय ओडिशा के ऊपर बना हुआ है. वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने कहा कि प्रदेश में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश व गरज-चमक की संभावना है.