CG Dhan Kharidi: सहकारी सोसाइटियों में 14 नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत हो गई है, लेकिन पहले ही दिन सहकारी सोसाइटियों में साटवेयर का सर्वर डाउन होने के चलते किसानों को उपज बेचने के दो से तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा। बायोमिट्रिक के अभाव में किसानों को बारदाना तक नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में पहले ही दिन किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए कुछ केंद्रों में देर रात तक इंतजार करना पड़ा।
मिली जानकारी अनुसार जिले के 96 केंद्रों में खरीदी की बोहनी हो गई है। कुछ केंद्रों में गिनती के ही किसान पहुंचे। पहले दिन राजनांदगांव जिले में कुल 1471 किसानों से 62 हजार 362 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। वहीं इन किसानों से कर्ज में लिए राशि की लिकिंग वसूली भी की गई। खरीदी का शुभारंभ करने के लिए भाजपा के नेता, जनप्रतिनिधि और अधिकारी विभिन्न सोसाइटियों में पहुंचे। विधिवत शुभारंभ के बाद हमालों द्वारा उपज की तौलाई शुरू की गई।
इस सत्र धान बेचने के लिए जिले के एक लाख 32 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है। चूंकि तकरीबन 15 दिन देरी से खरीदी की शुरुआत होने के चलते पहले ही दिन से सभी केंद्रों में किसान उपज बेचने पहुंचे। किसी तरह की कांटामारी न हो इसके लिए शासन-प्रशासन द्वारा तौलाई में तराजू-बाट का उपयोग न करते हुए इलेक्ट्रानिक मशीन से ही तौलाई करने के आदेश दिए हैं, जिसका सभी केंद्रों में पालन करना अनिवार्य किया गया है।
सुबह से पहुंच गए थे अन्नदाता
ढाबा सोसाइटी में तुमड़ीलेवा से पहुंचे किसान तामेश्वर साहू व बोइरडीह से आए किसान तेजराम ने बताया कि वे सुबह से धान लेकर पहुंचे हैं, लेकिन सर्वर डाउन होने की समस्या के चलते मशीन में उनका थमिंग इप्रेशन नहीं हो पाया, जिसके चलते उन्हें बारदाना तक नहीं मिल पाया था, वे तकरीबन दो-तीन घंटे से बैठे हुए थे। सर्वर डाउन की समस्या पूरे जिलेभर के सोसाइटियों में रही।
हड़ताल के चलते कुछ जगहों पर अव्यवस्था
समिति प्रबंधकों के हड़ताल के चलते कुछ खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था का भी आलम रहा। पहले दिन पहुंचे किसानों के लिए छांव व पानी की व्यवस्था नहीं दिखी। वहीं हड़ताल की वजह से पुराने बारदाने की भी व्यवस्था नहीं हुई है।