देश के किसानों को मौसम की सटीक जानकारी मुहैया कराने में मौसम विभाग के दो Mobile App, दामिनी और मेघदूत बहुत कारगर साबित हुए हैं. आदिवासी बहुल राज्य छत्तीसगढ़ के किसान अभी भी खेती की आधुनिक तकनीकों से महरूम हैं. इस कमी को दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार ने किसानों को IMD के इन दोनों मोबाइल ऐप से लैस करके किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की मुहिम शुरू की है. सरकार की दलील है कि देश में किसानों की पहली जरूरत सिंचाई है और सिंचाई के मामले में किसान पूरी तरह से बारिश पर निर्भर हैं. ऐसे में Rural Population की बहुलता वाले छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में दूरदराज के इलाकों के किसानों को बारिश या मौसम जनित घटनाओं का समय से पहले सटीक पूर्वानुमान बताने के साधनों से लैस करना समय की मांग है. इस मांग को पूरा करने के लिए सरकार ने मौसम से जुड़े दो मोबाइल ऐप किसानों को मुहैया कराने की पहल की है.
जानेंगे किसान, बारिश और बिजली गिरने का पूर्वानुमान
छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से बताया गया कि किसानों के लिए मौसम से जुड़ी दो सबसे गंभीर समस्याएं होती हैं. पहली, इस बात का पता चलना कि बारिश, कब ओर कितनी मात्रा में होगी. दूसरा बिजली गिरने से भी किसानों को जनधन की हानि का सामना करना पड़ता है. इसके लिए सरकार ने मौसम जनित इन दोनों समस्याओं के घटित होने के सटीक पूर्वानुमान से किसानों काे अवगत कराने के लिए मौसम विभाग के दो मोबाइल ऐप का सहारा लिया है.
राज्य सरकार Smart Phone रखने वाले किसानों को दामिनी और मेघदूत ऐप का उपयोग करना सिखाएगी. किसान, दामिनी ऐप की मदद से आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं का पूर्वानुमान हासिल कर सकेंगे. वहीं, मेघदूत ऐप से उन्हें पहले ही पता चल जाएगा कि कब किस इलाके में कितनी बारिश होगी. सरकार का मानना है कि अब किसानों और ग्रामीणों के दो सच्चे साथी के रूप में ‘दामिनी और मेघदूत’ हमेशा उनके साथ रहेंगे. मेघदूत एप उन्हें मौसम की सटीक जानकारी से लैस करेगा, तो दूसरा आकाशीय बिजली के कहर से किसानों को बचाएगा.
गाैरतलब है कि छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के साथ ही खेती-किसानी का काम शुरू हो जाता है. Rainfall Prediction की सटीक जानकारी मिलने के कारण किसान समय से बुआई और जरूरत के मुताबिक सिंचाई कर सकेंगे. साथ ही आकाशीय बिजली से होने वाली जनहानि और पशुधन के संकट से भी बच सकेंगे.
हर गांव में होगी मुनादी
भारत सरकार के Ministry of Earth Science ने मेघदूत और दामिनी ऐप विकसित कर मौसम विभाग के माध्यम से देश के किसानों को मुहैया कराए हैं. किसान इन ऐप को Google Play Store के माध्यम से किसी भी Android Phone पर डाउनलोड कर सकते हैं.
छत्तीसगढ़ के किसानों तक इन ऐप की पहुंच अभी भी उम्मीद के मुताबिक नहीं हो पाई थी. इस कमी को दूर करने के लिए अब राज्य सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने किसानों तक ये ऐप पहुंचाने की पहल की है. विभाग द्वारा सभी जिला कलेक्टरों को इन दोनों ही ऐप किसानों तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके लिए इन ऐप की खूबियों से किसानों को अवगत कराने के लिए इनका व्यापक प्रचार करने को कहा गया है. शासन के निर्देश पर हर गांव में मुनादी पिटवाकर किसानों को ये ऐप उनके फोन में डाउनलोड कराए जाएंगे.
सरकार को भरोसा है कि इन ऐप की मदद से किसानों को मौसम की सटीक जानकारी मिलने के कारण खेती का काम व्यवस्थित और सुचारू हो सकेगा. मेघदूत ऐप के माध्यम से किसान सर्दी और गर्मी के अलावा वर्षा की स्थिति, हवा की गति एवं दिशा आदि की जानकारी मिलेगी. वहीं, मानसून के दौरान ही आकाशीय बिजली की घटनाओं का सिलसिला शुरू होने से किसानों की मुसीबत बढ़ जाती है. इस संकट से बचने में दामिनी ऐप किसानों का मददगार बनेगा. इस ऐप के माध्यम से 20 से 31 किलोमीटर के दायरे में आकाशीय बिजली का पूर्वानुमान किसानों को मिल सकेगा. सरकार की ओर से जिला कलेक्टरों को निर्देश दिया गया है कि वे किसानों को इन मोबाइल ऐप काे डाउनलोड करने में मदद करने के अलावा इनके इस्तेमाल करने की भी पुख्ता जानकारी दें.